उम्र …

हर रविवार सुबह नाश्ते के बाद – पान खाने जाता हूँ – मेरे गेट के सामने ही ‘पान वाला’ है – चौरसिया नहीं है पर मेरे गृह राज्य का ही है – कई गलत आदतें छूट गयीं हैं लेकिन हर इतवार पान खाना बंद नहीं होता – जब उसका लाल पिक होठों के बगल से हल्का निकलता है – खुद को दुनिया का सबसे बड़ा इलीट समझता हूँ और इसी नशे में हर वक्त रहता हूँ !
खैर …पान खाने के बाद ..दो कदम आगे बढ़ा ..पान वाला छोकरा बोला – ‘अंकल ..’ – हम ध्यान नहीं दिए ! फिर वो टोका – ‘अंकल…’ . अब बर्दास्त नहीं हुआ – मुड़े और बोले – क्या है रे …हम तुम्हारे ‘अंकल’ लगते हैं ? देंगे दू हाथ घुमा के …दो चार श्लोक गुस्सा में सुना दिए ! अब वो हक्का – बक्का रह गया ! फिर दूसरी गलती किया – बोला – कल भाभी जी ‘भुट्टा’ मंगाई थीं ..उसका पैसा भी बाकी है …अब मेरा पारा चढ गया ! बोले ..मेरी पत्नी को भाभी जी और हमको अंकल जी …तुम्हारा ‘गुमटी’ ( दूकान ) कल से नहीं लगेगा ! 😡
सच में ..भाई लोग ..बहुत दर्द होता है …’अंकल’ शब्द सुन के ! उसका एक रीजन है …मै इस शब्द को बहुत सुरक्षित ढंग से यूज करता हूँ …यहाँ तक की पिता जी के अधिकतर दोस्तों को भी ‘सर’ ही कहता हूँ – अंकल तब के स्थिती में – जब वो बहुत घरेलु / पिता जी के भी आदरणीय हों – तब के स्थिति में !
इण्डिया में सबसे एब्यूजड शब्द है – अंकल !
मेरी हमउम्र महिलायें अगर खुद को किसी से भी ‘आंटी’ कहलाना पसंद करें – वो उनका निर्णय होगा – पर मुझे गैरों से ‘अंकल’ कहलाना पसंद नहीं ! 😡
बात साफ़ ! अब कैटरीना ..किसी दिन गलती से ..सलमान को अंकल बोल दे ..क्या होगा 😉 😝

~ दालान / 9 Sep – 2012 / इंदिरपुरम

One thought on “उम्र …

  1. उम्र भले ही पचपन है लेकिन दिल में अभी भी जवान है ,,❤️❤️❤️

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