कलेजी / लीवर फ्राई
कलेजी / लीवर फ्राई 😎~ हालांकि परबाबा वाली पीढ़ी में घर में किसी ने नॉन वेज नही खाया लेकिन बाबा वाली पीढ़ी से लोग खाने लगे ।: गांव में बाजार लगता था । जिसे हम हाट कहते है । बिहार के तिरहुत में इसे पेठिया भी कहा जाता है । भीड़ रहती थी । वहीं…
अनुशान , प्रेम और अहंकार …
सामाजिक जीवन में सफलता अनुशासन से ही मिलती है लेकिन ऐसी कई सफलताओं को पाने के बाद ऐसे घोर अनुशासित लोगों को यह भ्रम भी हो जाता है की जीवन की सारी अनुभूतियां अनुशासन से ही प्राप्त हो जाएंगी ।~ ऐसा मै नही मानता । भूखे पेट सोना भी एक अनुभूति है । और यह…
दालान पर आपका स्वागत है …!!!
दालान को पढ़ें …!!!
दालान के नए पोस्ट के लिए यहां अपना ईमेल डालें …!!!