Daalaan Classics दिनकर जी की कविताएं by ranjan.daalaan@gmail.com Jul 31, 2023 0 Comment खुशवंत सिंह , मुंशी प्रेमचंद के बाद दिनकर जी की को घर के लाइब्रेरी में रखना अपने आप एक सुखद अनुभव है 😊 हालांकि पिछले 15 साल में दिनकर जी को दूसरा या तीसरा बार मंगाया हूं ।~ बंगलोर प्रवास के दौरान पाया की मेरे लॉज के नीचे ही अखबार के डिस्ट्रीब्यूटर सुबह चार बजे से हल्ला मचाए रखते । मैं भी ढेर सारे अखबार खरीदता : द हिंदू , डेक्कन हेराल्ड , टाइम्स ऑफ इंडिया इत्यादि । उसी दौरान मशहूर पत्रकार एम जे अकबर एक अखबार लेकर आए : द एशियन एज । उस अखबार को पढ़ने में ही स्वयं में एलिटनेस का एहसास होता था 😎 उस अखबार के संपादकीय के बीच एक लाइन होता था : कौन बड़ी हस्ती अभी क्या पढ़ रही है ।सन 2015/2016 में एक झोलटंग पत्रकार को हम बढ़िया चंपारण मटन खिलाए तो वो मुझे तत्कालीन इनकम टैक्स कमिश्नर के पास ले गया । बीच दोपहर वो इनकम टैक्स कमिश्नर साहब हाथ में एक किताब लेकर दोपहर भोजन के बाद सुस्ता रहे थे । बोलने लगे की बिना कुछ पढ़े भोजन नहीं पचेगा 😀 जेएनयू वाले अधिकारी गजब का पढ़ते हैं । पढ़ना चाहिए ।जब आप किताबों के नजदीक आएंगे तो खुद ब खुद ये सुबह से शाम तक दिन भर सोशल मिडिया का आदत स्वत: छूट जाएगा । और यह आदत छूटना अपने आप में आपके लिए एक वरदान होगा 😊: उर्वशी पढ़िए 😊 और बढ़िया पढ़ना चाहते हैं तो संस्कृति के चार अध्याय पढ़िए । अवश्य पढ़िए , मजा आयेगा 🙏~ रंजन , दालानथैंक्स Rekhta.org ❤️ 2023
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