आज सर एम विश्वेसरैया जी का जन्मदिन है ! आज के दिन उनकी याद में भारत में ‘इंजीनियर्स डे ‘ भी मानते हैं ! उनको किस किस पदवी से नहीं नवाजा गया – कहना मुश्किल है ! मैसूर राज्य के दीवान / भारत रत्न और भी बहुत कुछ ! मैसूर का फेमस वृन्दावन गार्डेन / स्टेट बैंक ऑफ़ मैसूर ..यूँ कहिये ..कर्नाटका / मैसूर ही नहीं …पुरे दक्षिण भारत यहाँ तक की ग्वालियर तक उनकी बेमिसाल सीविल इंजीनियरिंग की झलक मिल जायेगी ! विरले लोग ऐसे पैदा होते हैं – करीब १०२ साल तक वो जिंदा रहे और समाज को अपना योगदान देते रहे !
अब इंजिनियर नहीं बन रहे – पढ़े फारसी बेचे तेल – चार साल पढ़ा – मैकेनिकल – नौकरी क्या कर रहा है – आईटी – मिडिल क्लास की मजबूरी भी है – छः साल तक साईंस पढ़ा – सब बेकार – दो साल एमबीए किया – चल दिया साबुन तेल बेचने 🙁
अभी पढ़ रहा था – ब्रिटेन की रोयल एकेडमी ऑफ़ इंजीनियर्स ने नोबेल प्राईज़ के तर्ज़ पर पुरे विश्व में इंजिनीअरिंग के बढ़िया डिजाईन को पुरस्कार देगी – ज्यूरी में अपने दुसरे मैसूर वाले – नारायण मूर्ती भी हैं – इन्फोसीस में भी – इंजीनियरिंग डिजाईन को लेकर कुछ साल पहले कुछ काम किया था – नारायण मूर्ती बोले – सब बेकार – कुछ नहीं मिला – कोई नहीं मिला !
जब तक डिजाईन नहीं – इंजीनियरिंग नहीं – डिस्कवरी / नेशनल जिओग्राफी पर कुछ कुछ आता है – देखेगा कौन – स्मार्ट फोन में तो फेसबुक लोड है 🙁
~ 15 September 2012
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